आईसीईएस (ICES) के बारे में

आईसीईएस क्या है?
भारतीय सीमा शुल्क ईडीआई प्रणाली (आईसीईएस) अब 256 बड़े सीमा शुल्क स्थानों पर परिचालित है जो आयात और निर्यात खेप के मामले में भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का लगभग 98% संभालती है। आईसीईएस के दो पहलू हैं:

  • एक व्यापक, कागज रहित, पूरी तरह से स्वचालित सीमा शुल्क निकासी प्रणाली के लिए कस्टम हाउस का आंतरिक स्वचालन जिससे आयत/ निर्यात सम्बन्धी कामकाज पारदर्शी और कुशल बन सके ।
  • ICEGATE के माध्यम से आयात और निर्यात कार्गो की निकासी से जुडी हुई व्यापार, परिवहन, बैंकों और नियामक एजेंसियों के साथ ऑनलाइन, रीयल-टाइम इलेक्ट्रॉनिक इंटरफ़ेस करना ।
  • ICES, इलेक्ट्रॉनिक डेटा इंटरचेंज (EDI) आधारित आयत/ निर्यात से संबंधित सूचनाओं का इलेक्ट्रॉनिक रूप से आदान-प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कस्टम्स क्लीयरेंस के लिए व्यापार, परिवहन और नियामक एजेंसियों (सामूहिक रूप से ट्रेडिंग पार्टनर कहलाते हैं) द्वारा जिन दस्तावेज़ों को जमा / प्राप्त करने की आवश्यकता होती है, उन्हें अब ऑनलाइन तरीकों से संसाधित किया जा रहा है |

सीमा शुल्क ईडीआई ट्रेडिंग पार्टनर्स: सारांश

संख्याईडीआई ट्रेडिंग पार्टनरईडीआई के माध्यम से आदान-प्रदान की गई सूचना की प्रकृतिसंदेशों की संख्या (लगभग)
1आयातक/निर्यातक/CHAबिल ऑफ एंट्री (Bill of Entry) /शिपिंग बिल (Shipping Bill) और संबंधित संदेश13
2एयरलाइंस / शिपिंग एजेंट / शिपिंग लाइनमनिफेस्ट्स एंड कार्गो लोजिस्टिक्स संदेश26
3एयर कस्टोडियनकार्गो लोजिस्टिक्स संदेश9
4सी कस्टोडियनकार्गो लोजिस्टिक्स संदेश18
5आईसीडी (ICDs)कार्गो लोजिस्टिक्स संदेश6
6बैंकवित्तीय संदेश - ड्यूटी ड्राबैक डिस्बर्सल और सीमा शुल्क भुगतान9
7विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT)लाइसेंस, शिपिंग बिल (Shipping Bill) और IEC डेटा13
8भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)विदेशी मुद्रा प्रेषण डेटा1
9डीजीसीआईएस (DGCIS)व्यापार आँकड़े2
10डायरेक्टरेट ऑफ़ वैल्यूएशनमूल्यांकन डेटा2

तीन प्रणालियाँ भारतीय कस्टम स्वचालन के प्रमुख घटक हैं

  1. आईसीईएस (ICES) 256 स्थानों पर चल रहा है। आईसीईएस सभी संदेशों को स्वचालित रूप से प्राप्त करता है और संसाधित करता है । आईसीईएस निकासी प्रक्रिया के उपयुक्त चरण में सभी आउटगोइंग संदेशों को स्वचालित रूप से उत्पन्न करता है।
  2. ICEGATE कस्टम्स आधारित संदेशों और व्यापारिक आंकड़ों / सीमा शुल्क निकासी डेटा को लाइसेंसिंग और नियामक एजेंसियों जैसे विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT), डीजीसीआईएस (DGCIS), इस्पात मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) आदि के साथ साझा करने के लिए बाहरी दुनिया के साथ आईसीईएस का इंटरफ़ेस है।
  3. आरएमएस (रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम) तीसरा घटक है जो सुगम व्यापार की सुविधा प्रदान करता है।